चार वेद वेदान्त की चार आंखों की तरह से है,वेदों में धर्म का अर्थ ऋग्वेद ने दिया है,धन दौलत और सुखों के बारे में अथर्ववेद में बताया है,ज्योतिष तंत्र मंत्र और यंत्र के बारे में सामवेद ज्ञान देता है,दवाइयों जडी बूटियों और शरीर की निरोगता तथा प्रकृति का सामजस्य रखने का ज्ञान यजुर्वेद देता है.
चार वेद वेदान्त की चार आंखों की तरह से है,वेदों में धर्म का अर्थ ऋग्वेद ने दिया है,धन दौलत और सुखों के बारे में अथर्ववेद में बताया है,ज्योतिष तंत्र मंत्र और यंत्र के बारे में सामवेद ज्ञान देता है,दवाइयों जडी बूटियों और शरीर की निरोगता तथा प्रकृति का सामजस्य रखने का ज्ञान यजुर्वेद देता है.
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