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िभ थी म रं ग,
लईका के संग
िम ी का काम यह छ ीसगढ़ क अपनी कला है । के नापारा, सरगुजा से सोनाबाई रजवार ने इस कला के िलए रा य व
रा पित पुर कार जीता है एवं पूरी दिुनया म इस हत
े ु मश र ह।ै
इस पु तक म हम दख
े गे क फु लवारी क दवार पर िम ी का काम कै से करना है । याद रख यह ब के िलये है – रोज
दखने वाली आस पास क चीज़ जैसे क है ड प प, ताला चाबी, बतन, ढेक , गाड़ी, बस, साय कल, मोटर साय कल,
टोकरी, लोग – लड कयाँ, लड़के , आदमी, औरत, शरीर के अंग जैसे क हाथ, पैर, आँख, नाक, होठ, कान, जानवर –
हाथी, िब ली, कु ा, शेर, घोड़ा, गधा, गाय, बकरी, भैस, पंछी, घर, पेड़-पौधे, प े, फू ल, फल, सि जयाँ, सभी कु छ
बना सकते है |
१
िभ थी म रं ग, लईका के संग
दीवार पर काम शु करने से पहले आपको या करना है :
! फु लवारी िजस घर म चलती है उस घर के लोग से बात करके
उ ह समझाय क आप या करने वाले है और य करने वाले
ह।ै उनसे यह काम करने क अनुमित ल |
! अगर घर के लोग मना कर या नाखुश लगे तो
िवकासखंड सम वयक / फु लवारी सम वयक या रा य
वा य संसाधन के के कसी कायकता क मदद ले |
! घर के लोग के अनुमित के िबना कसी कार का काम
न शु कर |
२
िभ थी म रं ग, लईका के संग
! फर दीवार को लीप ।
३
िभ थी म रं ग, लईका के संग
जब िम ी का काम पूरी तरह सूख जाय :
! जब आपने बनाय ए िम ी के आकार अ छे से सूख जाते है तो आप
उ ह रं ग दे सकते है । आपको जो ाकृ ितक रं ग पता है उ ही का
इ तेमाल कर, जैसे क ह दी, अलग अलग रं ग क िम ी, काले के िलए
कोयला, नीले के िलए नील, हरे रं ग के िलए हरे प े इ या द । ऐसे रं ग
िजनमे के िमकल हो और वे ब के िलए हािनकारक हो उसका
िबलकु ल भी इ तेमाल न कर । ब े जब उनको छू एंगे, उनके साथ
खेलगे और फर वही हाथ अगर वे उनके आँख म या नाक म या कान
म डाले तो उ ह हािन हो सकती है । इसिलए िसफ ाकृ ितक रं ग का
ही इ तेमाल कर ।
४
UNICEF
503 Civil Lines, Raipur - 492001
सहयोग : बी सोनी
दस बर २०१६
दन क रोशनी घर म आ सके |
1
रोशनदान
2
छत क उस जगह को चुने जहाँ आपको
यह चादर लगानी ह| याद रहे यह थान
चू हे के ऊपर न हो|
1. छत पर चढ़कर ४ फ ट के चौकोन क
जगह से खपर िनकाल द| यह खपर
संभालकर रख|
3
7. खपर को इस कार से लगाए क बा रश 8. आपका रोशनदान अब तैयार ह|ै
के समय ज़रा भी पानी अ दर न आये|
4
बालू क यारी
िमल कर खेलने, एक दस
ू रे का हाथ बटाने से
5
बालू क यारी
ब के िलए बालू म खेलना मज़े क बात तो है
ही, इससे उनके िवकास के ब त से रा ते भी
खुल जाते ह| साथ ही उनके छोटी बड़ी
मांसपेिशय का खूब िवकास होता ह|ै इस बात
से न घबराएं क ब े गंदे हो जायगे,या बालू खा
लगे या उ ह चोट लग जायेगी| कोई बड़ा आस
पास है तो ऎसी दघ
ु टनाएँ ब त कम होती ह|
आजकल हम फु लवा रय म बालू क यारी
बनाने को ो साहन दे रह ह|
6
3. इस िमटटी का एक ढेर बना ल, इसे 6. अब इसम बालू भर द| इस काय म
फके मत| िजतने लोग जुड़ सकते ह उ ह साथ ल,
इससे अपनेपन क भावना उ प
होगी|
7
9. बालू क यारी क गहराई ६ इं च होनी 10. इस यारी से कु े, िब ली या बक रय
चािहए| को दरू रखना चािहए|
8
तीन पिहये क गाड़ी
ब को खेलना ,कू दना, गाडी चलाना, चीज को
एक जगह से दस
ू री जगह तक धके लना ब त अ छा लगता ह|ै
9
तीन पिहये क गाड़ी
10
ब को तीन पिहए क गाड़ी इतनी पसंद
है क अ सर इसे लेकर ब म झगड़ा हो
जाता ह!ै इसिलए ज़ री हो गया है क
येक फु लवारी म कम से कम दो या तीन
गािड़याँ हो|
11
ट पणी
12
g|Q>a \$m°a b{ZªJ [agmog}µO
1. New Stoves - Less smoke, less wood, less time:
https://www.youtube.com/watch?v=9u6QM3z7cTg&t=62s